Saturday, April 18, 2020

Sahishnuta-सहिष्णुता -Intolerance


सहिष्णुता हो जाये खत्म
यदि न्याय बाँटना हो जाये धर्म
कुरुक्षेत्र में मात्र छल का वध हो
और इस बार अपराजित रहे कर्ण
दुर्योधनों को न मिले राधेय कोई
यदि नफरत मनुष्यों में हो जाये खत्म

हैं रंग समान, हैं रक्त समान
है क्रोध समान, है प्रेम समान
जननी के सारे बालक भगवान
फिर कैसा हिन्दू, कैसा मुसलमान।

                   
लेखक - पुनीत शर्मा 

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